आज एक जनवरी 2025 है ------नया वर्ष I यह कैलेण्डर ईसामसीह के जनम से शुरू होता अर्थात यह कैलेण्डर पश्चिम ने बनाया है I भारत में हमारे कई कैलेण्डर हैं I भारतीय संस्कृति में नवर्ष चैत्र माह के पहले नवरात्रे से शुरू होता है I इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की उत्पत्ति की थी I सृष्टि की उत्पत्ति हुए 1,95,58,85,126 वर्ष हो गए हैं I भारतीय संस्कृति में वर्ष को सम्वत कहते है I आजकल भारत में प्रचलित सम्वत राजा विक्रमादित्ये से है जिसको विक्रमी सम्वत कहते है I हम सब भारतीय वासियों का नव वर्ष चैत्र मास प्रतिपदा शुक्ल पक्ष सम्वत 2082 अर्थात 30 मार्च 2025 प्रथम नवरात्र को प्रारम्भ होगा । अभी हमारा विक्रमी सम्वत 2081 चल रहा है और शाक सम्वत 1946 चल रहा है । जब हम भारतीयों का सम्वत बदलता है, राजा भी बदल जाता है और मन्त्री भी बदल जाता है और सारा ग्रहों का मन्त्री मण्डल बदल जाता है । हमारे नव सम्वत का नाम सिद्धार्थी होगा ।उसी दिन से शक्ति की आराधना होते हुए बासन्ती नवरात्रों का उत्सव होता है । नव विक्रमी सम्वत में राजा सूर्य बनेंगें और मन्त्री भी सूर्य होंगें । नया सम्वत 2082 होगा और शाक सम्वत 1947 होगा । जबकि ईस्वी सन की कोई काल गणना नही है ।
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