REUNION-2020......"ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन वो कागज़ की कश्ती " .....After travelling 500 K.M. Yesterday , I joined Reunion-2020 of my School mate's of Junior Model School , N.G. Road, Jalandhar at Amritsar at 10 P.M. . It was the fourth Reunion , the first reunion was celebrated 9 Years back on Feb 2011 at my ministerial Banglow , Chandigarh . A Badge depicting Reunion 2020 was put on every bodies chest . The said batch was in the same design as we used to wear during School Days. We the Senior Citizen's had a great fun yesterday Night. Our School Buddy Mr Suman Dev Sharma had written a beautiful poetic lines for everybody who attended Reunion 2020 and also for those who were invited but could not attend.I am placing those lines below as it is ......
Jms के अंगना आज मौज बहारों की.
महक है बचपन की,
मिठास यादों की,
पिरो के लायें हैं ,
यादों का पिटारा ,
बचपन वालसाखाओं का प्यारा प्यारा
सखा और सखियों ,पिरोयें हैं चंद मोती
सब के लिए बायाँ हैं चंद पंक्तियाँ छोटी
मित्रों नगमा ए दिल ,कविता ए मन
शाकाहारी क़िस्सा ए तन ,चुटकुलाए और कोई घटना ए मन . आयें और सुनाएँ
1.अनु है हम , कण कण में बिखेरते प्रेम
सेवा है स्वभाव , प्रस्सन रहते हम
राजन का है दिल पे राज ,मिल के संजोयी सुंदर पुनर मिलन आज
बचपने को रखिये शाम ए ज़िंदगी में
उमर महसूस ना होगी मुक़ाम ए ज़िंदगी में
जाम ए मय ना है ज़िंदगी
पुनर्मिलन है महकाता ज़िंदगी
2.विनय हैं हम,ना भई ना होता है अभिमान ,
ना मारते हैं ढींग , शालीनता ही है हमारी पहचान
विनय विनय से, मान मनुहार से ,ग्रूप को कर्तें हैं रोशन ,
3.मनोरंजन हैं हम , मनो विनोद करते बहलाते दिल ,राजनीति में गए हिल मिल
देशप्रेम में लगाया दिल
फिर भी मनोरंजन रहे सदा निरंजन
4.सविता है हम ,सूर्य से होते हैं रोशन ,
करते हैं फ़ैशन , ना लेते ना देते टेन्शन , जीवन है टशन ,सखा और सखियों आओ मिल के मनाए जश्न
5.राकेश है हम , रवि सा है तेज
रोशिनी अपनी से संसार को चलाते
कुशाग्र बुधी , विध्या में तेज
ममता के सरताज .दिल सबका बहलाते
नगमा सुनाते ,गाते गुनगुनाते,
आते आते ,राकेश दिल लूट ले जाते
6.कुमुद है हम , सफ़ेद कमल , निर्मल ,कोमलता से जाते पहचाने ,
खुश रहते पल पल ,
नन्हे शिशु सी निशचल ,प्रेम से ओत प्रोत ,
खुश रहतीं प्रति पल
ये पुनर मिलन की रात ,
नहीं है सोने कि रात
ये अनगिनत अरमानो की रात
ये मित्रता , मदामातों की रात
एक एक पल है जीना
मित्रों प्रेम पीयला है पीना
7.सरबजीत हैं हम , सब का मन जीतें ,
करमजीत का साथ ,सुंदर जीवन जीते
पठन -पाठन सेवा से, मिल के दोनो जग जीतें
8.रितु है हम ,वसंत में रेहतीं ,
खिले खिले
चंचल हैं सबसे दिल मिले मिले
मधुरता शीतलता से ,दिल अजय का हुआ हमारा .
साथ ये मित्रों को लगे अति प्यारा
9.सतेन्द्र हैं हम .सत्य है हमारा भूषण ,
मित्रों को मिलने ,निकले भारत भ्रमन
हरि मंदिर में शीष निवाने
दुर्ग़ियाना मंदिर से आशीष पाने
10.सुधीर है हम , धेर्य है अलंकार
हाथ में शफा ,सेवा की है स्वीकार
करुणा प्रेम करें सब से प्यार
11.अरुण हैं हम .लालिमा लपेटे ,सुभा की ताज़गी समेटे ,
रंगे सुर्ख़ है हमारी पहचान ,मित्रों में है हमारी जान
12.अल्पना है हम ,विह्भिन रंगो में रंगी रंगोली
चाँद सी शीतल है हमारी बोली
सखियों , सखाओं से करते से हंसी ठिठोलि
बालक और बालिकाओं ‘
तुम को मेरा ये नगमा मुबारक
मिलन से बढ़ कर पुनर्मिलन मुबारक
13.अमृत हैं हम अमृत बेले प्रेरणा दायक संदेश लगाएँ
जो कभी ना मिटे वो छवि वन्याए
14.चंदेर सेखर हैं हम , चंदा है मुकुट हमारा
.चाँदनी बिखेरें चरितार्थ करते नाम हमारा
15.नरेंदेर है हम , नरों में इनदेर
ना , अप्सराओं वाले नहीं हम इन्देर
संगीता के दिल के राजा
नरों के राजा गुनो में राजा
16.पंकज है हम . सुगंध से जाते है जाने
कोमलता ,और उड़ान से जाते हैं पहचाने
17.राजेश मनहर मन हरते प्रेम पियार करते , हैं पत्रकार
.जानकारी रखें ‘अपरंपार
समाज को करें प्रभावित
वारंवार ,
18.संदीप हैं हम , हैं थोड़े शर्मीले ,
देवों के हैं गुण , करते मन की,
लेते सब की सुन
साठ के हम ,अनुभव उमंग और जोश से भरपूर
सठियाने का अब नहीं रहा दस्तूर
जीवन का आता है अब सरूर
हम चमकाएँ चमक सितारों कीं
Jms के अंगना आज मौज बहारों की
19.जवाहर हैं हम , मित्रों को है चमकाते
दिल के नरम ,प्रेम से जगमगाते
20.दीपक हैं हम , खुद को करके ख़ाक
दीवा से लें शक्ति ,ज्योति से मिल करते प्रकाश
कुल का फैलाएँ यश , चिरागे ए रोशन है , हम
21.राजेशसोनी हैं हम , राजाओं सी चाल ढाल
राजेश्वर सा रहन सहन , अपने में रहें मगन
22.निशा हैं हम ,रात्रि से शांत ,अपने में मस्त
खबाबों से मधुर , मित्रता लिए प्रचुर 
बचपने को याद रखिये ज़िंदगी कीं शाम में
उमर महसूस ना होगी ज़िंदगी के मुक़ाम में
ज़िंदगी ना डुबोइं जाम में
बचपन साथ रहे हमेशा ज़िंगदी
के शाम में
23.सुमन है फूल ,प्रेम उस की ख़ुशबू ,
जीवन है लघु ,ख़ुशबू है
अनंत ,
सुंदर है मन ,प्रेम बेअंत
प्रस्तुति मेरी ,गलती तुम जाना भूल
Jms के आँगन में खिलें, है रंग बिरेंगे फ़ूल
बचपन के बचपने को याद कराए ,
ये सुमन देव सुमन बन के ब्लडी फ़ूल