MANORANJAN
KALIA
Former Local Govt. Industries &
Advocate Commerce
Minister,
158/4,
Tele No. 99155-78783
Date:- 01-07-2021
PRESS NOTE
Jalandhar City Sh.
Manoranjan Kalia Former Minister Punjab and Former State President BJP Punjab
said in a Press Statement that people of Punjab have been already facing the
undeclared residential power cuts in the
cities & Punjab Government has also failed to supply 8 hours electricity to
agriculture as committed. Now another
brunt has been lashed out today on the
industry through an order. The said order says that one weekly off day shall be
observed with immediate effect on General Industry (LS) and rolling mills
consumers and furnace Industry. The said order has come at 8.00 a.m. today when
the Industry has already started working, thereby causing a financial loss of the raw material in process. There should
have been at least 24 hours notice to the industry to be able to prepare itself
for the power cut. It speaks volumes about the callous working of Captain
Amrinder Singh Government. Every Year before Summer season , pre-emptive
preparedness are to be made by Power-com , keeping in view the increase in the demand of Electricity .
Since Chief Minister Punjab Capt Amarinder Singh is busy in Fire fighting
within the Congress Party to douse the rising dissatisfaction among the
Congress Legislatures , Chief Minister Capt Amarinder Singh has little time to
administer the Government .That is the reason Congress Government has failed to
address the increase in the demand of Electricity in Summer . The 630 M.W.
Lehran Mohabbat Thermal Power Plant has been shut down. During the month of June only , 20,000
Transformers stood burnt causing a loss of Rs 12 Crore to Power-Com . Both have
added to the woes of people of Punjab in Summer Season . During the Four and a Half Years
rule of Congress . There is no addition in Power generation keeping in view the
increase in the demand of Electricity . Moreover there is no regular Chairman
of the Power -Com . The Punjab Government has given the Additional Charge to a
Senior I.A.S. Officer . It shows that the Capt Government is not serious about
the smooth functioning of Power-Com .
Mr Kalia further said that if the shortage of Electricity is not
controlled , the Industry of Punjab can shift to other States especially in
Himachal Pradesh . Congress Party will have to pay the price in the coming
Assembly Elections .
Released by : Ashish Chopra
MANORANJAN
KALIA Former
Local Govt. Industries &
Advocate Commerce
Minister,
158/4,
Tele No. 99155-78783
Date:- 01-07-2021
PRESS NOTE
श्री मनोरंजन कालिया पूर्व मंत्री पंजाब और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा पंजाब ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पंजाब के लोग पहले से ही शहरों में अघोषित आवासीय बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं और पंजाब सरकार भी कृषि को 8 घंटे बिजली की आपूर्ति करने में विफल रही है। अब एक ऑर्डर के जरिए इंडस्ट्री पर आज एक और कुठाराघात
लगाया है। उक्त आदेश में कहा गया है कि सामान्य उद्योग (एलएस) और रोलिंग मिल उपभोक्ताओं और फर्नेस उद्योग पर तत्काल प्रभाव से सप्ताह में
एक दिन का बिजली का अवकाश होगा । उक्त आदेश आज प्रातः 8.00 बजे आया है जबकि उद्योग ने पहले ही काम करना शुरू कर दिया है, जिससे प्रक्रिया में लगे कच्चे माल का उद्योगपतियों
को वित्तीय नुकसान सहन करना
पड़ेगा । बिजली कटौती के लिए खुद को तैयार करने में सक्षम होने के लिए उद्योग को कम से कम 24 घंटे का नोटिस देना चाहिए था। यह कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के कामकाज के बारे में बहुत कुछ बताता है। हर साल गर्मी के मौसम से पहले बिजली की मांग में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, पावर-कॉम द्वारा पहले से तैयारी
की जानी है चाहिए
। चूंकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह कांग्रेस विधायिकाओं के बीच बढ़ते असंतोष को दूर करने के लिए कांग्रेस पार्टी के भीतर आग बुझाने में व्यस्त हैं, इसलिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास सरकार चलाने के लिए बहुत कम समय है। यही कारण है कि कांग्रेस सरकार गर्मी में बिजली की मांग में वृद्धि को संबोधित करने में विफल रही है। 630 मेगावाट के लेहरान मोहब्बत थर्मल पावर प्लांट को बंद होने से
और जून माह में ही 20 हजार ट्रांसफार्मर जल गए जिससे पावर-कॉम को 12 करोड़ रुपए का नुकसान होने से,
गर्मी के मौसम में पंजाब के लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। कांग्रेस के साढ़े चार साल के शासन के दौरान, बिजली की मांग में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बिजली उत्पादन में कोई वृद्धि नहीं हुई है। इसके अलावा पावर-कॉम का कोई नियमित चेयरमैन नहीं है
और पंजाब सरकार ने एक वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी को
अतिरिक्त प्रभार दिया है । इससे पता चलता है कि कैप्टन सरकार पावर-कॉम के सुचारू कामकाज को लेकर गंभीर नहीं है।
श्री कालिया ने आगे कहा कि यदि बिजली की कमी को नियंत्रित नहीं किया गया, तो पंजाब का उद्दोग अन्य राज्यों विशेषकर हिमाचल प्रदेश में स्थानांतरित हो सकता है। आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
Released By: Ashish Chopra
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