Poem Written By my Class fellow, Mr Suman Dev Sharma on my birthday

मनोरंजन


मनोरंजन राजनीति में ,
हो कर भी ,

रहे सदा निरंजन

.

करुणा प्रेम से ओत प्रोत

,

वाणी में मधुरता , चेहरे पर सरलता

,

शब्दों मे जिसकी, ढलती है मृदु कोमलता,


हृदय में जिसके, बसती हैं अपार मृदुलता

,

जिसने जन्म लिया देश का करने को उद्धार

,

उसके सह पाठी उसे जन्म दिन पर क्या दें उपहार

,

आप के सहपाठी तोहफ़े नहीं लाएँ हैं,

दिल से दुआयें लाए हैं

.
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