Poem Written By my Class fellow, Mr Suman Dev Sharma on my birthday
 मनोरंजन
मनोरंजन 
 मनोरंजन राजनीति में ,
मनोरंजन राजनीति में ,हो कर भी , रहे सदा निरंजन
रहे सदा निरंजन .
 .
 रहे सदा निरंजन
रहे सदा निरंजन .
 . करुणा प्रेम से ओत प्रोत
करुणा प्रेम से ओत प्रोत  ,
, वाणी में मधुरता , चेहरे पर सरलता
वाणी में मधुरता , चेहरे पर सरलता  ,
, शब्दों मे जिसकी, ढलती है मृदु कोमलता,
शब्दों मे जिसकी, ढलती है मृदु कोमलता,
 हृदय में जिसके, बसती हैं अपार मृदुलता
हृदय में जिसके, बसती हैं अपार मृदुलता  ,
, जिसने जन्म लिया देश का करने को उद्धार
जिसने जन्म लिया देश का करने को उद्धार ,
  , उसके सह पाठी उसे जन्म दिन पर क्या दें उपहार
उसके सह पाठी उसे जन्म दिन पर क्या दें उपहार  ,
, आप के सहपाठी तोहफ़े नहीं लाएँ हैं,
आप के सहपाठी तोहफ़े नहीं लाएँ हैं, दिल से दुआयें लाए हैं
दिल से दुआयें लाए हैं  .
. फूलों की सुगंध से सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा,
फूलों की सुगंध से सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा,
 देश की राजनीति में एक मुकम्मल  मुक़ाम हो तुम्हारा
देश की राजनीति में एक मुकम्मल  मुक़ाम हो तुम्हारा ,
 , देश को उन्नत करने के पथ पर अग्रसर सदा रहो तुम,
देश को उन्नत करने के पथ पर अग्रसर सदा रहो तुम,  
 जनसेवा में उत्कर्ष की पराकाष्ठा  को प्राप्त करो तुम
जनसेवा में उत्कर्ष की पराकाष्ठा  को प्राप्त करो तुम

 
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